क्यों लिखूँ
दोस्तों में सोच रहा था की क्यों लिखूँ मै, क्या मेरा लिखना जरुरी है, क्या होगा अगर मै न लिखू, जिंदगी के इतने साल गुजर गए अभी तक नहीं लिखा तो कुछ नहीं बिगड़ा आगे भी नहीं लिखूंगा तो क्या हो जायेगा !
क्या मेरे लिखने से दुनिया बदल जाएगी ? शायद नहीं !
मगर मेरा लिखना जरुरी है क्योंकि, अगर याद न दिलायी जाये तो लोग भगवान को भूल जाते है, तो लक्ष्य और सकारात्मक सोच (Positive attitude) क्या चीज़ है !
किसी बीज को अंकुरित होने व पौधा बनाने के लिए जिस प्रकार पानी